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Thursday, April 17, 2025
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चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर बृजेश सिंहने जिले का नाम किया रोशन

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रायबरेली

इंडियन कॉलेज ऑफ फिजिशियन इंडियन कॉलेज ऑफ फिजिशियन फेलोशिप के लिए पात्रता मानदंड
स्नातकोत्तर के बाद न्यूनतम 10 वर्ष का अनुभव।
भारतीय फिजीशियन संघ की कम से कम 5 वर्ष तक निरंतर सदस्यता।
चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान/शिक्षण/विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
वैज्ञानिक या संगठनात्मक कार्यों के माध्यम से एपीआई में योगदान दिया होना चाहिए।
चयन को वस्तुनिष्ठ बनाने के लिए, आवेदनों की उपयुक्तता का आकलन करने में एक अंक प्रणाली का पालन किया गया है।

फ़ेलोशिप प्रदान करने के लिए क्रेडेंशियल समिति द्वारा प्रयुक्त मानदंड इस प्रकार हैं:

योग्यता
चिकित्सा पेशे में अनुभव
प्रकाशनों
सम्मान/पुरस्कार
अनुसंधान कार्य
एपीआई में योगदान
सीएमई और सम्मेलन (एपीआई/आईसीपी)
सामाजिक कल्याण/ सामुदायिक सेवा

क्या है फेलोशिप आइए जाने विस्तार से

यह एक लर्निंग प्रोग्राम है जो कई तरह की सोशल एक्टिविटी प्रोग्राम को आगे बढ़ाने के लिए काम करता है। यदि आप के अंदर समाज के विचारों से अलग हटकर सोचने का हुनर है और साथ ही आप समाज को बदलने का जज्बा रखते हैं तो आपकी इस सोच में फेलोशिप प्रोग्राम आपका साथ देते हैं। आपको बता दें कि ये प्रोग्राम शॉर्ट टर्म से लेकर सालों तक के हो सकते हैं। इसमें व्यक्ति के प्रोफेशनल विकास पर फोकस किया जाता है। यह प्रोग्राम किसी खास संस्था द्वारा संचालित होते हैं जो किसा एक विषय पर काम करती है। खास बात ये है कि फेलोशिप प्रोग्राम स्नातकों और स्नाकोत्तरों के लिए पेश की जाती है। यंगस्टर्स ध्यान दें फेलोशिप प्रोग्राम पब्लिक पॉलिसी, कला और शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय हैं। आसपास चल रही परेशानियों को बेहतर तरीके से हल करने के लिए पढ़ें-लिखे प्रोग्राम से जोड़कर फेलोशिप करियर के साथ ही साथ समाज को भी और अच्छा बनाने का काम कर रही है।

एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि यदि आज के युवा का रुझान रिसर्च फील्ड के साथ-साथ अकेडमिक फील्ड में भी है तो ये करियर आपके लिए बेहतर है। सबसे अच्छी बात ये है कि आप पढ़ाई के साथ -साथ इसे कर सकते हो। इसके लिए सरकार भी पूरी मदद करती है।

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